इस ब्लोगमें रेडियो श्रोताके रूपमें आने वाले दिनों मूझे होए वाले अनुभव , कुछ समिक्षा किसी बडी रेडियो या सिने-संगीतसे जूडी हस्ती से मुलाकात (मिल पाती है तो) प्रकाशित होगी । ज्यादा बातें रेडियो सिलोन और विविध भारती सेवा की होगी । पर कभी कभी हो सकता है कि बात रेडियो से नहीं पर जिसके कारण रेडियो है, वह संगीत के बारेमें जरूर होगी ।
मेरे बारे में
- PIYUSH MEHTA-SURAT
- 3 अक्तूबर, 1957 से विविध भारती के स्थापना दिनसे ही रेडियो सुनने की शुरूआत । ८ साल की उम्रसे ।
शुक्रवार, 13 जुलाई 2012
बोलिवूड सेक्षोफोन वादक स्व. मनोहरी सिंध को पूण्यतिथी पर श्रद्धांजलि
आज भारत के महान अल्टो सेसोफोन वादक मनोहरी सिंहजी, जो सेक्षोफोन के अलावा, वेस्टर्न फ्ल्यूट, क्लेरीनेत और मेन्डोलिन भी बजाते थे, और एस डी बर्मन, आर डी बर्मन, शंकर जयकिशन, मदन मोहन , सलिल चौधरी, चित्रगुप्त, ओ पी नैयर और अन्य कई अन गिनत संगीतकारो से साथ वादक और एरेंजर रह चूके है, उनको उनकी पूण्य तिथी श्रद्धांजलि रूप उनकी बजाई फिल्म शादी के गीत आज की रात नया चाँद लेके आयी है यहाँ प्रस्तूत है । (यहाँ एक और बात बताना चाहता हूँ कि आज रेडियो सिलोन पर उनकी 78 आर पी एम से फिल्म समाधी के गीत गोरे गोरे की धून के लिये ज्योति परमारजी को सही समय पूर्व जानकारी दी थी, पर उन्होंने इसे नझरंदाज किया है ।
पियुष महेता ।
सुरत ।
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