अभी कुछ समय पहेले पैठन महाराष्ट्र में ता. 20 अगस्त के दिन आयोजित और विविध भारतीके वरिष्ठ उद्द्धोषक श्री अशोक सोनावणे द्वारा संचालित रेडियो श्रोता सम्मेलन का आलेख़ नीचे प्रस्तूत है । भविष्यमें अगर इस कार्यक्रम की रेकोर्डिंग्स प्राप्त होगी, तो इसे इस मंच पर पूरा या आंशिक दिख़ाया जायेगा ।
आदरणीय पियूष मेहता जी ,नमस्ते
श्रोता दिन २० ऑगस्ट
२० अगस्त को प्रतिष्ठान रेडिओ श्रोता संघ पैठन महारास्ट्र में श्रोता दिन बड़े धूमधाम से मनाया गया.२० अगस्त लिस्नर्स डे के लिए प्रमुख मेहमान हमारे विविध भारती के वरिस्ट उदघोषक अशोक सोनावनेजी को प्रतिष्ठान रेडिओ श्रोता संघ द्वारा आमंत्रित किया था . प्रतिष्ठान
रेडिओ श्रोता संघ के अध्यक्ष राजेंद्र लोहारे,उपाध्यक्ष राजेंद्र कोलते,बजरंग काले,नानासाहेब काकडे,संजय सोनारे,लक्समन ज़िनजुरके,रघुनाथ शेलके,आबा साहेब डोंगरे, बबन नाइक,भाऊ साहेब धोंगडे इन्होने बड़ी मेहनत की पैठन के श्रोता भाई सुरेश जाधव् ने यह श्रोता सम्मलेन आयोजित किया था. इस कार्यक्रम में समिलित होने के के लिए २०० श्रोता महारास्ट्र तथा मध्य प्रदेश से आये थे,इस सम्मलेन में उमरखेड के अभिजीत गव्हानकर ,रज्जाक खान,यवतमाल के राहुल मनवर ,विनोद धवले,पोपलवाद, हलनी जिला नांदेड के एस.के.पाटिल बिड के प्रकाश पगारिया,किशोर उबाले,
परली के म़ा.आर.जी. फड,औरंगाबाद के जग्गनाथ बस्सये,बाहुबली फूरसुले, नवाब दानापुरी,कोपरगाँव के पेंटर दारूवाला,अकोले के सुनील साठे, बालमटाकली के राधाकिशन भिसे, नंदकुमार अदवत ,अम्भई के अनिल घोडके,शिर्डी केनंदकिशोर गाडेकर , भोंनगाँव के श्रीकृष्ण भारसाकले परभणी के संजय मुरुम्बेकर,भगवन खोतकर, बिड के पोपट कुलथे,नंदकिशोर घटे,घनश्याम टेकवानी , कीसन सपकाल,सुनील जोजारे,ठाकुर सुरेंदर सिंग, परली के शिवदास गलंडे,सेलुबजारके दत्तात्रय लकड़े,नन्दुराके उमेश गुजर,बोराला के आदिनाथ वाघ,सेलु परभणी के चंदू कुलकर्णी, वारंगा के पांडुरंग मोरे,हदगांव के लक्ष्मण चाकोते,शंकर गिरबिड़े,वाकोड़ी के उत्तम जम्धाड़े,सदाशिव थोरात,अर्धापुर के वामन दहाले,मारोती पांचाल,हदगांव के बालू घडबले, और कई श्रोता थे जिनका यहापर जिक्र नहीं कर रहा हूँ. मध्य प्रदेश से बलवंत कुमार वर्मा,धाकड़, ,
सुबह चाय नास्ता होने के बाद ११.३० को कार्यक्रम संगीत की देवी सरस्वती के पूजन से हुवा.विविध भारती के वरिस्ट उदघोषक अशोक सोनावनेजी ने पूजा की इस कार्यक्रम में समिलित होने के लिए बिड आकाशवाणी के अधिकारी आये थे.विजय पारगावकर ,अनिल मगर,प्रकाश पगारे,जाधव ,प्रीती सवाई ,अहमदनगर के संतोष मते,औरंगबाद के अनंत काले ,अकोला के बाळकृष्ण बिडवाई सभीने अपने भाषण में अपने मौलिक विचार श्रोताओ तक पहुचाये.श्रोता दिन का विशेषता बताई.सभी श्रोताओ का स्वागत तथा परिचय मंच पर किया गया.श्रोताओ ने रेडिओ सीलोन की यादे ताज़ा की. उमरखेड के श्रोता अभिजीत गव्हानकर ने विविध भारती के मनमानी रवये पर कड़ी आपति जताई.कार्यक्रमों में सूधार लाने के लिए निवेदन किया.हलनी के म़ा.एस.के.पाटिल ने सीलोन के भूतपूर्व उदघोषक विजय शेखर से बाते कराइ.औरंगाबाद के जगनाथ बस्सये जी ने अमिन सायानी जी से बाते की.अकोला के केंद्रनिर्देशक ने फरमाइशी प्रोग्राम बंद किये थे,श्रोताओ के अनुरोध पर फिरसे दोनों कार्यक्रम शुरू करने का वादा किया,श्याम ५ बजेतक प्रोग्राम चलता रहा.सभी उदघोषक भाई को पैठन की याद रहने के लिए तोहफा दिया गया ,पुराने श्रोता को शाल देकर सन्मानित किया गया ५ बजे सभीने भोजन का आस्वाद लिया.और सभी श्रोता अपने अपने मंजिल पर चल पड़े.हर साल श्रोता दिन मनाने की परम्परा चलती रहे.
अभिजीत गव्हानकर ,मेहेर नगर उमरखेड
जिला- यवतमाल 445206
इस ब्लोगमें रेडियो श्रोताके रूपमें आने वाले दिनों मूझे होए वाले अनुभव , कुछ समिक्षा किसी बडी रेडियो या सिने-संगीतसे जूडी हस्ती से मुलाकात (मिल पाती है तो) प्रकाशित होगी । ज्यादा बातें रेडियो सिलोन और विविध भारती सेवा की होगी । पर कभी कभी हो सकता है कि बात रेडियो से नहीं पर जिसके कारण रेडियो है, वह संगीत के बारेमें जरूर होगी ।
मेरे बारे में
- PIYUSH MEHTA-SURAT
- 3 अक्तूबर, 1957 से विविध भारती के स्थापना दिनसे ही रेडियो सुनने की शुरूआत । ८ साल की उम्रसे ।
रविवार, 28 अगस्त 2011
20 अगस्त, 2011-विश्व श्रोता दिन -पैठन महाराष्ट्र में -उमरख़ॆड से अबिजीत गबनकर की नज़्हरों से
લેબલ્સ:
अभिजीत गवनकर,
अशोक सोनावणे,
पियुष महेता
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पीयूष जी,
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट पर टिप्पणी भेजने की कोशिश की पर नही टिप्पणी नही गई. नीचे टिप्पणी हैं, आप अपनी ओर से रख दीजिए -
पोस्ट पढ़ते हुए लग रहा था फरमाइशी कार्यक्रम सुन रहे हैं. बहुत से नाम ऐसे हैं जिन्हें नियमित सुनते रहते हैं. आशा हैं ऐसे आयोजन जारी रहेंगे.
अन्नपूर्णा