इस ब्लोगमें रेडियो श्रोताके रूपमें आने वाले दिनों मूझे होए वाले अनुभव , कुछ समिक्षा किसी बडी रेडियो या सिने-संगीतसे जूडी हस्ती से मुलाकात (मिल पाती है तो) प्रकाशित होगी । ज्यादा बातें रेडियो सिलोन और विविध भारती सेवा की होगी । पर कभी कभी हो सकता है कि बात रेडियो से नहीं पर जिसके कारण रेडियो है, वह संगीत के बारेमें जरूर होगी ।
हार्मोनियम वाद्क कांतीलल सोनछात्राजी को आअ जनम दिन की बधाई ।
आज यानि दि. 18 दिसम्बर के दिन राजकोट निवासी प्रखर हार्मोनियम वादक श्री कानतिलाल सोनछत्राजी अपनी आयु के 82 साल पूरे करके 83वें सालमें प्रवेश कर चूके है । तो इस अवसर पर उनकी हारमोनियम पर बजाई फिल्म पतिता के गीत किसीने अपना बनाके मूझको की धून जो कई साल पहले रेडियो श्रीलंका से वहाकी अस्थायी उद्दघोषिका श्री नलिनी माअलिका परेरा की उद्दग्होषणा के साथ सुन पायेंगे नीचे : (आज रेडियो स्रीलंका से प्रोग्रम प्रस्तूत कर रही थी सुभाषिनी डि'सिल्वा, जिसकी जानकरी श्रोता लोगो को पहेले से नहीं होती है । तो जब उनको यह जानकारी के लिये संदेश भेज गया तो उस आधार पर बधाई सदेश प्रस्तूत नहीं किया गया ।
नीचे उनकी बजाए एक और धून फिल्म सफर के शिर्षक गीत की सुनिये जो विजाणू की बोर्ड से गाने की मेलोडी को पियानो के टॉन पर जन्हों ने बजाई है । जो भावनगर के मेरे स6गीत और रेडियो प्रेमी मित्र श्री बकूल शुक्ल की और से मूझे पाप्त हुई है ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें