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3 अक्तूबर, 1957 से विविध भारती के स्थापना दिनसे ही रेडियो सुनने की शुरूआत । ८ साल की उम्रसे ।

सोमवार, 16 अप्रैल 2012

श्री एनोक डेनिएल्स (पियानो-एकोर्डियंन वादक) को 80 वे जनम दिन पर बधाई ।

आज पियानो-एकोर्डियन के एक हद तक़ पर्याय श्री एनोक डेनिएल्स अपना असीवाँ जनम दिन मना रहे है । तो इस अवसर पर उन्हें हार्दिक बधाई । आपने मेरी इस पोस्ट के पहेले की पोस्ट मॆं पढ़ा, की विविध भारती सेवा के राष्ट्रीय लघू-तरंग, मध्यम तरंग और एफ एम नेटवर्क तथा उपग्रह और इन्टरनेट प्रसारणमें ता> 14 को इनके द्वारा प्रस्तूत जयमाला कार्यक्रम प्रसारित हुआ । आज रेडियो श्रीलंका पर भारतीय समय अनुसार सुबह 7 बजे श्री पद्दमिनी परेराने मेरे और मेरे अन्य दो मित्र ठाणे के सुभाष कुलकर्णी तथा इन्दौर के श्री कैलाश शुक्ला के शुरूआती बधाई संदेश के साथ उनकी पियानो-एकोर्डियन पर करीब 1968 में प्रकाशित हुई एल पी एकोर्डियन फेन्टासी से 7 धूने 1 आँख मिलाय्रे जा (मिलन की रात),2 आजा पिया (बहारों के सपने),3 दिल दे दे (जाल) 4. आज की रात (अमन), 5 दिवाना मूज़को लोक कहे (दिवाना), 6. छोटी सी मूलाकात प्यार (छोटी सी मुलाकात और 7 धीरे धीरे मचल (अनुपमा) प्रसारीत हुई । अंतमें भारत और पाकिस्तान के कई अन्य श्रोता के बधाई संदेश भी प्रस्तूत किये गये ।
वे पियानो-एकोर्डियन के अलावा पियानो (जो उनका संगीत की दुनियामें प्रवेष के समय का उनका साथी रहा था), इले. ओरगन और सिन्थेसाईझर भी बजाते है । पर एकोर्डियन के कई प्रकारोमें से पियानो-एकोर्डियन उनका मूख़्य साझ रहा है ।

नीचे सुनिये उनकी एल एल पी से फिल्म मूनिमजी से एक धून जीवन के सफ़र में राही, पियानो-एकोर्डियन पर :

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